टीबी TB In Hindi ( Tuberculosis ) 2023 : कारण , लक्षण , बचाव , इलाज और घरेलू नुस्खे

टीबी TB In Hindi ( Tuberculosis ) 2023 : कारण , लक्षण , बचाव , इलाज और घरेलू नुस्खे


आज की दुनिया में टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) एक प्रचलित बीमारी हो गई है। 2021 के मुताबिक दुनिया भर के देशों में से सिर्फ भारत में ही टीबी के 28 % मरीज पाए गए थे। 2021 में भारत में करीब 21 लाख टीबी के मामले सामने आए थे। यह एक संक्रामक बीमारी है जो व्यक्ति के फेफड़े और स्वसन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करती है। इस रोग में व्यक्ति को सांस लेने तक में दिक्कत आने लगती है। इसमें टीबी का बैक्टीरिया मनुष्य की किडनी और दिमाग को भी संक्रमित कर देता है। आज हम आपको ' टीबी TB In Hindi ( Tuberculosis ) 2023 : कारण , लक्षण , बचाव , इलाज और घरेलू नुस्खे ' के बारे में विस्तार से बताएंगे।


    टीबी TB In Hindi ( Tuberculosis ) 2023 : कारण , लक्षण , बचाव , इलाज और घरेलू नुस्खे 


    टीबी विश्व में दूसरे नंबर की सबसे खतरनाक बीमारी घोषित है। यह सबसे ज्यादा संक्रमण के कारण फैलती है जो खांसी , छींक , लार और जुखाम आदि से होता है। ट्यूबरक्लोसिस के कई प्रकार होते हैं। इससे भी ज्यादा संक्रमित फेफड़ों में होने वाली टीबी होती है। यह रोग बहुत तेजी से एक दूसरे में फैलता चला जाता है। इसमें व्यक्ति को अनेकों समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। यह मनुष्य के नर्वस सिस्टम हड्डियों व जोड़ों इम्यून सिस्टम और प्रजनन प्रणाली को ज्यादा प्रभावित करती है। यदि किसी व्यक्ति को पहले से एड्स या डायबिटीज है तो उसको टीबी रोग का खतरा अधिक होता है। एक बार ट्यूबरक्लोसिस से ग्रस्त होने के बाद इलाज अत्यंत जरूरी है अन्यथा यह व्यक्ति की मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) के दो प्रकार होते हैं : 2 Types Of TB ( Tuberculosis ) In Hindi

    1. अव्यक्त टीबी - टीबी का यह प्रकार संक्रामक नहीं होता है। इसमें जीवाणु शरीर में निष्क्रिय होते हैं परंतु अव्यक्त टीबी के बैक्टीरिया कभी भी मनुष्य के शरीर में सक्रिय हो जाते हैं।

    2. सक्रिय टीबी - टीबी का यह प्रकार सबसे ज्यादा संक्रामक होता है। इसमें टीबी मैं रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया टीबी के लक्षण दर्शाते हैं।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) होने के कारण : Causes Of TB ( Tuberculosis ) In Hindi 

    टीबी TB In Hindi ( Tuberculosis ) 2023 : कारण , लक्षण , बचाव , इलाज और घरेलू नुस्खे



    > टीबी होने का मुख्य कारण संक्रमण होता है। जब कोई टीबी का मरीज खांसता , छींकता , थूकता या साँस छोड़ता है तभी उसके टीबी के बैक्टीरिया हवा में फैल जाते हैं और यह घंटो तक हवा में जीवित रहते हैं। इस स्थिति में जब कोई स्वस्थ व्यक्ति सांस लेता है तो यह बैक्टीरिया सांस के साथ उसके फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं। इसके बाद संक्रमण व्यक्ति के शरीर में बहुत तेजी से फैल जाता है और फेफड़ों को हानि पहुंचाना शुरू कर देता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता इससे लड़ने में कुछ ही समय में कमजोर पड़ जाती है और एक व्यक्ति टीबी का शिकार हो जाता है।

    > टीबी के मरीज द्वारा सांस के माध्यम से छोड़े गए ट्यूबरक्लोसिस माइक्रोबैक्टेरियम नाम के बैक्टीरिया से इस बीमारी का संक्रमण फैलता है। जिन व्यक्तियों का इम्यून सिस्टम ज्यादा कमजोर रहता है वह इसके जल्दी शिकार हो जाते हैं साथ ही साथ एचआईवी एड्स , डायबिटीज , किडनी की समस्या , कीमोथेरेपी और ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने वाले मरीजों को अधिक खतरा होता है। यह बैक्टीरिया मुंह खोलने वाली किसी भी क्रिया के कारण बाहर आ जाता है और लंबे समय तक आसपास हवा में मौजूद रहता है।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) के मुख्य लक्षण : Symptoms Of TB ( Tuberculosis ) In Hindi

    यदि आप क्या आपका कोई संबंधी इनमें से किसी प्रकार के लक्षण महसूस करता है तो वह अवश्य रूप से टीबी रोग का शिकार हो सकता है। टीबी के मुख्य लक्षण निम्नलिखित है -

    > अचानक तेज बुखार हो जाना।

    > रात में ज्यादा पसीना आना।

    > सीने में दर्द महसूस होना।

    > सांस लेने में समस्या होना।

    > पेट में निरंतर दर्द महसूस होना।

    > ज्यादा ठंड लगना।

    > 3 महीने से ज्यादा समय तक खांसी होना।

    > ग्रंथियों में सूजन आ जाना।

    > निरंतर सिर में दर्द होना।

    > भूख में कमी हो जाना।

    > ज्यादातर थकान महसूस होना।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) से बचाव : Prevention From TB ( Tuberculosis ) In Hindi 

    टीबी जैसे घातक रोग से बचाओ बहुत ही ज्यादा आवश्यक है। बचाव ना करने पर यह आपको लंबे समय तक जकड़े रखता है। ट्यूबरक्लोसिस TB से बचाव निम्नलिखित है -

    > टीबी की वैक्सीन ( बीसीजी ) का टीका अवश्य रूप से लगवाए।

    > खांसते और छींकते समय अपने चेहरे को कवर रखें।

    > ज्यादा पब्लिक वाले स्थान पर कम से कम समय बिताएं।

    > लंबे समय तक खांसी होने पर लापरवाही ना बरतें।

    > टीबी को छिपाने की बजाय इसका इलाज करवाएं।

    > अस्पताल में जाने पर मांस का प्रयोग करें वहां संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।

    > टीबी के मरीज कि किसी वस्तु का प्रयोग ना करें।

    > टीबी के मरीज से मिलने के बाद हाथ मुंह धो गए या स्नान करें।

    > अपने इम्यून सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा मजबूत रखें।

    > ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ और ताजा खाना ही खाएं।

    > बाहर से आए दूध और पानी को उबालकर ही पिए।

    > टीबी के मरीज से पर्याप्त दूरी बनाए रखें।

    > टीबी हो जाने पर इसको छिपाए नहीं बल्कि इसका इलाज करवाएं

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) का इलाज : Treatment Of Tb ( Tuberculosis ) In Hindi 

    > टीबी के कई प्रकार होते हैं इसलिए मरीज का उपचार उसके संक्रमण का जांच कर किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति को गुप्त टीवी है तो वह आसानी से 9 से 10 महीने जीवाणु को मारने की दवाई खा कर ठीक हो सकता है । जिससे उसका संक्रमण ज्यादा सक्रिय नहीं हो पाता है। इसमें इलाज के लिए मुख्य रूप से आइसोनियाजिङ , रिफैपेंटाइन , रिफैम्पिन आदि दिए जाते हैं।
    > इसमें सक्रिय टीबी के लिए लंबे समय तक उपचार की जरूरत पड़ सकती है। सक्रिय टीबी सामान्य रूप से 6 से 12 महीने तक की दवाइयां दी जाती है और दवा प्रतिरोधी टीबी की स्थिति में इस इलाज में 30 महीने तक की दवाइयां दी जाती हैं। यह दवाइयां आपके शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव भी डाल सकती हैं। इसमें यदि आपके स्वास्थ्य में सुधार आता है तो आपको उसी समय अपने डॉक्टर से परामर्श करके दवाइयां छोड़ देनी चाहिए।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) के लिए घरेलू नुस्खे : Home Remedies For TB ( Tuberculosis ) In Hindi 

    यदि शुरुआत में ही ध्यान दिया जाए तो ट्यूबरक्लोसिस टीवी जैसी घातक बीमारियों का उपचार घरेलू नुस्खे द्वारा आसानी से किया जा सकता है या इससे बचाव संभव हो सकता है। चलिए जानते हैं TB के लिए घरेलू नुस्खे -

    > नियमित रूप से काली मिर्च खाने से टीबी रोग से बचा जा सकता है। काली मिर्च व्यक्ति फेफड़ों की सफाई और खांसी जुकाम को सही करने में कारगर दवाई है।

    > संतरे का सेवन करें इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो व्यक्ति की बलगम , खांसी में खून और सांस लेने की तकलीफ को दूर कर देता है

    > नियमित रूप से केला खाने से व्यक्ति की सूजन , खांसी , तेज बुखार और बलगम का उत्पादन जल्द ही कम हो जाता है।

    > टीबी रोग में लौकी का सेवन करना भी बहुत ज्यादा कारगर सिद्ध हुआ है यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली उत्तेजक के रूप में कार्य करता है।

    > अनानास का सेवन करने से सांस लेने के रास्ते में उपस्थित बलगम को यह तोड़ता है और नाक और फेफड़ों की बंद गुहाओ को खत्म करता है।

    > इनके अलावा यह कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो टीबी के लिए कारगर दवाइयां सिद्ध हुई है जैसे कि - Vitamin D , पुदीना आंवला , अखरोट , ग्रीन टी आदि ।

    टीबी ( ट्यूबरक्लोसिस ) के बारे में पूछे गए प्रश्न -

    टीबी की बीमारी क्यों होती है ?

    - यह बीमारी माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु के कारण उत्पन्न होती है।

    टीबी का लास्ट स्टेज क्या होता है ?

    - टीबी की लास्ट स्टेज में व्यक्ति बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है और उसके शरीर में बिल्कुल भी ताकत नहीं बचती।

    टीबी का मरीज कितने दिन में ठीक हो जाता है ?

    - टीबी का मरीज 9 से 12 महीने में पूरी तरह ठीक होने लगता है।

    क्या टीबी जानलेवा है ?

    - अगर व्यक्ति का समय से इलाज ना करवाया जाए तो टीबी जानलेवा हो सकती है।

    टीबी की सबसे अच्छी दवा कौन सी है ?

    - आइसोनियाजिङ और रिफैम्पिसिन टीवी की शुरुआती इलाज में दी जाने वाली अच्छी दवाइयां है।

    TB ( टीबी ) की फुल फॉर्म क्या है ?

    - TB की Full Form Tuberculosis ( ट्यूबरक्लोसिस ) है। 



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    धन्यवाद 



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